Ulfut Ka Fasana Lata Mangeshkar Song Download


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Song Lyrics
ज़माने से निराला है
मेरी उल्फ़त का अफ़साना
मेरी उल्फ़त का अफ़साना
बुलाती है शम्मा, लेकिन
नहीं आता है परवाना
नहीं आता है परवाना
ये कैसा प्यार है?
कैसी मोहब्बत? कैसी चाहत है?
ये कैसा प्यार है?
कैसी मोहब्बत? कैसी चाहत है?
सुराही पास आती है
सुराही पास आती है
कि छा जाता है पैमाना
कि छा जाता है पैमाना
ज़माने से निराला है
मेरी उल्फ़त का अफ़साना
मेरी उल्फ़त का अफ़साना
किसी दिन वो भी देखेंगे
असर दर्द-ए-मोहब्बत का
किसी दिन वो भी देखेंगे
असर दर्द-ए-मोहब्बत का
रहेंगे कब तलक वो
अपने दीवाने से बेगाना
रहेंगे कब तलक वो
अपने दीवाने से बेगाना
हो, अपने दीवाने से बेगाना
ज़माने से निराला है
मेरी उल्फ़त का अफ़साना
मेरी उल्फ़त का अफ़साना
ज़रा देखो, ज़रा समझो
इशारे दिल की धड़कन के
ज़रा देखो, ज़रा समझो
इशारे दिल की धड़कन के
ये अरमानों भरा दिल है
ये अरमानों भरा दिल है
तुम्हारा ही तो दीवाना
तुम्हारा ही तो दीवाना
ज़माने से निराला है
मेरी उल्फ़त का अफ़साना
मेरी उल्फ़त का अफ़साना