Khabar Mere Marne Ki Sunte Hi Dekho Sonu Nigam Song Download


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Song Lyrics
ख़बर मेरे मरने की सुनते ही देखो
ख़बर मेरे मरने की सुनते ही देखो
वो हाथों में मेहँदी रचाने लगे हैं
सफ़र आख़िरी है कोई उन से कह दे
सफ़र आख़िरी है कोई उन से कह दे
जनाज़ा मेरा सब उठाने लगे हैं
ख़बर मेरे मरने की सुनते ही देखो
वो हाथों में मेहँदी रचाने लगे हैं
ख़ताएँ भुला कर के गुज़रे दिनों की
किया माफ़ मुझ को मेरे दुश्मनों ने
हो, ख़ताएँ भुला कर के गुज़रे दिनों की
किया माफ़ मुझ को मेरे दुश्मनों ने
...मेरे दुश्मनों ने
मगर वो ना आए मय्यत में मेरी
मगर वो ना आए मय्यत में मेरी
और हम जबकि दुनिया से जाने लगे हैं
ख़बर मेरे मरने की सुनते ही देखो
वो हाथों में मेहँदी रचाने लगे हैं
सफ़र आख़िरी है कोई उन से कह दे
जनाज़ा मेरा सब उठाने लगे हैं
सितम जीते-जी उस ने मुझ पर है ढाया
मगर बाद मरने के फिर ये सितम है
ओ, सितम जीते-जी उस ने मुझ पर है ढाया
मगर बाद मरने के फिर ये सितम है
...फिर ये सितम है
लहद में भी मुझ को कहाँ चैन, यारों
लहद में भी मुझ को कहाँ चैन, यारों
यहाँ भी फ़रिश्ते सताने लगे हैं
ख़बर मेरे मरने की सुनते ही देखो
वो हाथों में मेहँदी रचाने लगे हैं
सफ़र आख़िरी है कोई उन से कह दे
जनाज़ा मेरा सब उठाने लगे हैं
उधर सुर्ख़ जोड़ा है उन के बदन पर
इधर तन को ढापा है मैंने कफ़न से
हो, उधर सुर्ख़ जोड़ा है उन के बदन पर
इधर तन को ढापा है मैंने कफ़न से
...मैंने कफ़न से
इधर लाश पर मेरी मातम है, यारों
इधर लाश पर मेरी मातम है, यारों
उधर बनके दुल्हन वो जाने लगे हैं
ख़बर मेरे मरने की सुनते ही देखो
वो हाथों में मेहँदी रचाने लगे हैं
सफ़र आख़िरी है कोई उन से कह दे
जनाज़ा मेरा सब उठाने लगे हैं
जनाज़ा मेरा सब उठाने लगे हैं