Kaise Bitayi Pehli Raat Sapna Mukherjee Song Download


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Song Lyrics
(हमको बता, सखी, इतनी बात)
(कैसे बिताई पहली रात?)
(हमको बता, सखी, इतनी बात)
(कैसे बिताई पहली रात?)
पहली रात की बात ना पूछो
हुई जो मेरे साथ, ना पूछो
पी ने आकर घूँघट खोला
मेरा नन्हा सा दिल डोला
मेरे लब से लाली छूटी
गिर गई बिंदिया, चूड़ियाँ टूटी
बाक़ी पी आए थे पी के
सो तारे छेड़ के जी के, ओए
(फिर क्या हुआ?)
फिर नींद ना आई मुझे सारी रात
नींद ना आई मुझे सारी रात
ऐसे बिताई मैंने पहली रात
ऐसे बिताई मैंने पहली रात
(हमको बता, सखी, इतनी बात)
(कैसे बिताई दूजी रात?)
दूजी रात की बात ना पूछो
हुई जो मेरे साथ, ना पूछो
साजन खाकर भाँग की गोली
मोसे करने लगा है ठिठोली
नशे में तीसरा नेत्र जो खोला
फिर तो डम-डम डमरु बोला
काँप उठा धरती का सीना
ऐसा जम कर तांडव कीना
(फिर क्या हुआ?)
जय शिव शंकर भोलेनाथ
जय शिव शंकर भोलेनाथ
ऐसे बिताई मैंने दूजी रात
ऐसे बिताई मैंने दूजी रात
(हमको बता, सखी, इतनी बात)
(कैसे बिताई तीजी रात?)
तीजी रात की बात ना पूछो
हुई जो मेरे साथ, ना पूछो
साजन Picture देख के आया
आधी रात को मुझे जगाया
कहने, "जागो, ओ, गोरी
सुनी नयी Picture की Story"
Story में खोए-खोए
मैं और साजन दोनों रोए
(फिर क्या हुआ?)
आँखों से बरसी बरसात
आँखों से बरसी बरसात
ऐसे बिताई मैंने तीजी रात
ऐसे बिताई मैंने तीजी रात
(हमको बता, सखी, इतनी बात)
(कैसे बिताई चौथी रात?)
चौथी रात की बात ना पूछो
हुई जो मेरे साथ, ना पूछो
खाकर ज़र्दे वाला पान
कहने लगे पिया नादान
"मैं हूँ मजनूँ, तू है लैला
अपना प्यार ना होगा मैला"
चंचलता पर डालो ख़ाक
आओ करें मोहब्बत पाक
(फिर क्या हुआ?)
मन की मन में रह गई बात
मन की मन में रह गई बात
ऐसे बिताई मैंने चौथी रात
ऐसे बिताई मैंने चौथी रात
(हमको बता, सखी, इतनी बात)
(कैसे बिताई पाँचवी रात?)
पाँचवी रात की बात ना पूछो
हुई जो मेरे साथ, ना पूछो
हाथ में ले फूलों का हार
सेज पे बैठी थी तैयार
मैंने हार उसे पहनाया
उनसे मुझे गले से लगाया
मेरी नज़र उस हार में उलझी
उलझन सारी रात ना सुलझी
(फिर क्या हुआ?)
फिर उलझ गए मेरे जज़्बात
उलझ गए मेरे जज़्बात
ऐसे बिताई मैंने पाँचवी रात
ऐसे बिताई मैंने पाँचवी रात
(हमको बता, सखी, इतनी बात)
(कैसे बिताई छठवीं रात?)
छठवीं रात की बात ना पूछो
हुई जो मेरे साथ, ना पूछो
साजन मस्ती में थे चूर
मुझसे प्यार किया भरपूर
प्यार से मोड़ी मेरी कलाई
मैं भी नागिन सी बलखाई
पी की हुई रात रंगीन
सपेरा ख़ाक बजाता बीन
(फिर क्या हुआ?)
छठवीं रात भी हो गई मात
छठवीं रात भी हो गई मात
ऐसे बिताई मैंने छठवीं रात
ऐसे बिताई मैंने छठवीं रात
(हमको बता, सखी, इतनी बात)
(कैसे बिताई सातवीं रात?)
सातवीं रात!
सातवीं रात की बात ना पूछो
हुई जो मेरे साथ, ना पूछो
पीकर दूध का एक कटोरा
बन गया शेर सास का छोरा
प्यार का ऐसा Engine छोड़ा
मेरा पलंग रंगीला तोड़ा
लिपटा कहके रानी-रानी
शरम से हो गई पानी-पानी
(फिर क्या हुआ?)
१२ से फिर बज गए सात
१२ से फिर बज गए सात
ऐसे बिताई सावतीं रात
ऐसे बिताई मैंने सातवीं रात
(अपनी भी आए बारात)
(हम भी बिताएँ ऐसी रात)
(हाय, अपनी भी आए बारात)
(हम भी बिताएँ ऐसी रात)